SKMU में कल टूट सकती है शिक्षकेत्तर कर्मियों की 77 दिनों से चल रही हड़ताल
February 10, 2025 17:30
● कुलपति से मिला हड़ताली शिक्षकेत्तरकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल, हड़ताल समाप्त कराने के मुद्दे पर 11 फरवरी को होगी विश्वविद्यालय पदाधिकारियों के साथ वीसी की बैठक
दुमका। सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय एवं इसके सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में शिक्षकेतर कर्मचारियों की चल रही हड़ताल का सोमवार को 77 दिन पूरा हो गया।सातवें वेतनमान के आधार पर वेतन भुगतान की एक सूत्री मांग को लेकर 26 नवंबर से कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है।इतने लंबे समय तक हड़ताल पर रहने के बावजूद शिक्षकेत्तर कर्मियों की मांग पूरी नहीं हुई।हड़ताली कर्मचारियों को किसी भी स्तर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिला।हड़ताली कर्मचारी चाहते थे कि जब तक सरकार वेतन निर्धारित नहीं करती तब तक उन्हें आंतरिक स्त्रोत से वेतन भुगतान किया जाए।इसके लिए हड़ताली कर्मचारी बॉन्ड लिख कर देने को तैयार थे।पर इस पर भी बात नहीं बनी।दूसरी ओर उच्च शिक्षा निदेशालय में बहुत कम संख्या में कर्मचारियों का सातवां वेतनमान निर्धारित हो सका। हड़ताली शिक्षकेत्तर कर्मियों के महासंघ के मुताबिक उच्च शिक्षा निदेशालय सातवें वेतनमान निर्धारित करने के बजाए कर्मचारियों की नियुक्ति की जांच कर रही है।लंबी चली हड़ताल और विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा निदेशालय तक पदाधिकारियों के असहयोगात्मक रवैये से हड़ताली कर्मचारी थक गए हैं।तीन माह से उन्हें वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है।हताश और निराश होकर 10 फरवरी को सभी कर्मचारियों की आपात बैठक हुई।बैठक में पूरी स्थिति पर विचार विमर्श के बाद महासंघ का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिल कर हड़ताल समाप्त करने के लिए आवश्यक पहल प्रारंभ करने का अनुरोध किया। कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल की कुलपति के साथ वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। कुलपति ने महासंघ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि 11 फरवरी को सभी पदाधिकारियों की बैठक कर हड़ताल समाप्त करवाने की दिशा में आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। कुलपति के इस आश्वासन पर कर्मचारी खुश थे।हड़ताली कर्मचारियों ने कुलपति को फूल माला पहनाया।मिठाईयां भी बांटी गई।11 फरवरी को विश्वविद्यालय पदाधिकारियों के साथ कुलपति की बैठक के बाद शिक्षकेत्तरकर्मियों की हड़ताल समाप्त होने की उम्मीद की जा रही है।
● 4 फरवरी को महासंघ ने गतिरोध समाप्त करने के लिए विश्वविद्यालय को पत्र भेज कर दिया था कुछ प्रस्ताव
महासंघ के महासचिव नेतलाल मिर्धा ने बताया कि झारखंड राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के शिक्षकेतर कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के आंतरिक स्रोत से देय लाभों का भुगतान किया जा रहा है।महासंघ के अध्यक्ष परिमल कुंदन ने बताया कि गतिरोध समाप्त करने के लिए दिनांक 4 फरवरी 2025 को महासंघ द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया था कि 31.12.16 के उपरांत नियुक्त कर्मचारियों को सातवें वेतनमान में वेतन दिया जाए और पूर्व के कर्मचारियों को छठे वेतनमान में पूर्व की भांति ACP और MACP के साथ वेतन भुगतान किया जाय।कर्मचारी नेता परिमल कुंदन ने बताया कि 4 फरवरी के पत्र के आलोक में उम्मीद की जा रही है कि 11 फरवरी की बैठक में कुछ निर्णय हो, जो कर्मचारियों के हित में होगा।
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